जब निवेश की बात आती है तब हमारे पास बहुत सारे विकल्प होते हैं जैसे कि PPF, सुकन्या समृद्धि योजना Mutual Fund, NPS इत्यादि लेकिन हमें कौन सा चुनना है यह हमारे लक्ष्य के ऊपर निर्भर करता है l National Saving Certificate यानी राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र जिसे NSC भी कहते हैं यह एक पोस्ट ऑफिस की योजना निवेश के लिए बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है एनएससी आपके धन की पूरी सुरक्षा के साथ बेहतरीन ब्याज का भी आश्वासन देता है हालांकि एनएससी अन्य निवेश जैसे कि म्यूच्यूअल फंड और नेशनल पेंशन scheme जैसे रिटर्न्स तो नहीं नहीं दे सकता पर यह कम रिस्क में आपको टैक्स सेविंग का सुविधा देता है l
क्या है राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र, National Saving Certificate?
राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र यानी नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक स्थाई आय निवेश योजना है जो आप किसी भी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं l भारत सरकार की पहल के तहत यह एक सेविंग बॉन्ड है जो मध्यम वर्ग के निवेशकों के लिए बनाया गया है l इसमें निवेश के साथ-साथ आयकर डिडक्शन की सुविधा भी हैl इस प्रमाण पत्र के दौरान स्थाई ब्याज के रूप में 6.8% ब्याज प्रति वर्ष मिलता हैl राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र की मैच्योरिटी का समय 5 वर्ष तक होता है l
किसको राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र में निवेश करना चाहिए?
भारत सरकार अनुसार यह निवेश Individuals के लिए है l इसलिए इस निवेश को Hindu undivided family, trust, NRI, या public private limited company नहीं कर सकती हैं l
इस निवेश योजना के मुख्य तथ्य l
National saving certificate VIII एक श्रेष्ठ योजना है जिसमे ना कि प्रारंभिक निवेश अपितु पहले 4 वर्षों तक का चक्रविर्धि ब्याज की भी सुविधा है जो आयकर अधिनियम की धारा 80C में deduction की सुविधा प्रदान करता है l
इसमें नुनतम निवेश 100 रुपये से और अदिह्कतम की कोई सीमा नहीं है l
प्रमाण पत्र, पासबुक पर या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी दीया जाता है l
यह खाता सिंगल और जॉइंट दोनों रूप में खुलवाया जा सकता है l
व्यस्त अपने अथवा अपने किसी नाबालिग की ओर से भी एकल धारक प्रमाण पत्र खरीद सकता है l
जॉइंट दो प्रकार के प्रमाण पत्र हैं होते हैं एक ज्वाइंट A टाइप दूसरा ज्वाइंट B type l
प्रमाण पत्र जॉइंट ए टाइप दो व्यस्को को जारी किया जाता है इसमें निवेश दोनों व्यस्को या दोनों में से जो जीवित हो, के लिए देय हैl
प्रमाण पत्र जॉइंट B टाइप भी दो व्यस्को के लिए जारी किया जाता है लेकिन इसमें निवेश दोनों में से कोई एक व्यस्क कर सकता हैl
इसमें ब्याज की दर सरकार द्वारा प्रत्येक 3 महीने पर समय-समय पर सूचित की जाती हैl
इस पर खास बात यह है कि इसमें चक्रवृद्धि ब्याज प्रत्येक 6 महीने पर आंकी जाती है l
लोन की सुविधा भी कई बैंकों द्वारा दी गई है l
इस प्रमाण पत्र में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C में डिडक्शन का फायदा भी लिया जा सकता है l
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