सोना किसको पसंद नहीं? चाहे वो नींद वाला हो या धातु वाला, दोनों का मूल्य अपनी अपनी जगह पर श्रेष्ठ है | लेकिन यदि आप धातु वाला सोना खरीदना चाहते हैं तो अभी रुक जाईये और इस आर्टिकल को ज़रा पढ़ लीजिये इस आर्टिकल में आप जानेंगे की यदि आप सोना खरीद रहे हैं और आपका उद्देश्य है सोने में निवेश करना तोह कौन सा वाला सोना आपके लिए बेहतर होगा धातु वाला सोना, या डिजिटल गोल्ड या सॉवरेन गोल्ड बांड यानि SGB | चलिए इन सबके बारे में एक एक करके जान लेते हैं |
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Physical Gold या सोना, धातु के रूप में
यह सोना विवाह या उत्सव में लोग उपहार के रूप में देना / प्राप्त करना पसंद करते हैं। यह जौहरी से खरीदा जा सकता है, परन्तु इसकी शुद्धता की पहचान हॉलमार्क ना होने पर वह सोना के लिए एक चिंता का विषय है। इस सोने को आप पहन सकते हैं और यह निवेश के रूप में भी आप रख सकते है | सोने के इस रूप का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि ज्वैलर्स कुछ भी चार्ज करते हैं, जैसे की मेकिंग चार्ज, पोलिशिंग चार्ज, GST चार्ज इत्यादी मिलकर, सोने के मूल्य का 15% तक चार्ज हो जाता है, जो की निवेश के लिए सही नहीं है क्यूंकि आपका काफी रकम सिर्फ चार्ज या कटौती के रूप में ही चला जाता है |
डिजिटल गोल्ड जिसे आप छू या देख नहीं सकते
यह सोना आप अपने ई-वॉलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोन पे आदि से खरीद सकते हैं और कुछ अन्य इ-वॉलेट प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं। भौतिक सोने की तुलना में यहां सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है, शुद्धता और भंडारण की है। सोने की शुद्धता 995 (99.5%) से लेकर 999.9 (99.99%) (MMTC-PAMP) तक भिन्न होती है और इसका खुलासा किया जाता है और खरीदार को बताई गई शुद्धता का मूल्य वसूला जाता है। इन पर GST के रूप में 3% जीएसटी और लागतों जैसे बैंक शुल्क, भुगतान लागत, प्रौद्योगिकी लागत और हेजिंग लागत के कारण है | इसके लेन देन दे दौरान वर्त्तमान, आयकर नियमों के अनुसार, पैन विवरण प्रदान करने के लिए डिजिटल गोल्ड लेनदेन करना अनिवार्य है। डिजिटल गोल्ड की बिक्री पर इस गोल्ड का तुरंत ई-वॉलेट में क्रेडिट किया जाता है। एक व्यक्ति डिजिटल सोने को भौतिक रूप में भी भुना सकता है लेकिन उसे भुगतान / शुल्क लेने, वितरण शुल्क लागू करों का भुगतान करना होगा।
सॉवरेन गोल्ड बांड SGB
सोने में निवेश करने का बहुत आसान और सुविधाजनक तरीका
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) भौतिक सोने में निवेश का सही विकल्प है। इन बांडों के साथ, आप पूंजी का आनंद ले सकते हैं और हर साल ब्याज भी कमा सकते हैं। भारत सरकार द्वारा जारी ये बॉन्ड भौतिक सोने से जुड़े कई जोखिमों को भी खत्म करते हैं
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लाभ
सोने की कीमतों से जुड़ी पूंजी का मार्किट के हिसाब से होना।
2.50% प्रति वर्ष का अतिरिक्त ब्याज।
जोखिम का उन्मूलन और भौतिक सोने पर लागू भंडारण की लागत से छुट होना।
पूंजीगत लाभ (Capital Gain tax) कर से छूट, यदि बांड परिपक्वता तक आयोजित किए जाते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की विशेषताएं
आठ साल का कार्यकाल, पांचवें वर्ष और छठे महीने से बांड से बाहर निकलने के विकल्प के साथ।
बांड में आपके निवेश के प्रमाण के रूप में एक होल्डिंग सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
ऑनलाइन निवेश की सुविधा।
योग्यता: व्यक्तियों, एचयूएफ, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों सहित निवासी भारतीय संस्थाओं को बिक्री के लिए बांड प्रतिबंधित किया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन के लिए, बांड व्यक्तियों के लिए ’इंटरनेट बैंकिंग चैनल के माध्यम से बिक्री के लिए हैं।
न्यूनतम आकार: न्यूनतम अनुमेय निवेश 1 ग्राम सोना होगा।
अधिकतम सीमा: व्यक्तियों के लिए सदस्यता की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम, हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) के लिए 4 किलोग्राम और सरकार द्वारा समय-समय पर अधिसूचित ट्रस्टों और इसी तरह की संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम होगी।
ब्याज दर: निवेशकों को आरबीआई द्वारा उसके लॉन्च के समय एक विशेष किश्त के लिए अधिसूचित दर पर प्रारंभिक निवेश की राशि पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा और यह अर्ध-वार्षिक रूप से देय है।
टेनर: बॉन्ड का टेनर 8 साल की अवधि के लिए होगा, जिसमें 5 वें वर्ष से एग्जिट ऑप्शन के साथ ब्याज भुगतान की तारीखों का प्रयोग किया जाएगा।
मोचन: मोचन मूल्य भारतीय रुपए में तय किया जाएगा और मोचन की कीमत इंडिया बुलियन एंड ज्वैलरी एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित, चुकाने की तारीख से पिछले 3 व्यावसायिक दिनों की 999 शुद्धता के सोने की औसत कीमत के आधार पर होगी।
आशा करता हूँ की आपको सोने में निवेश के लिए बेहतर विकल्प मिल गया होगा | फिर भी यदि आप कंफ्यूज हो तो आप SGB का विकल्प चुन सकते हैं | इस के बारे में RBI द्वारा दी गयी FAQs के बारे में भी आप जान सकते हैं जिसका लिंक यहाँ है |
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